Re Kabira 004 - Humanity

-- o Re Kabira 004 o --



न जात न धर्म, न ही रंग या रूप ।
सतावे जो प्राणी को, वो मानवता का है कुरूप ।।
Translation: There is no religion, caste, color or form of inhuman actions. One who causes trouble or distress to other beings is worst possible human behavior.

Ashutosh Jhureley

-- o Re Kabira 004 o --

Most Loved >>>

क्यों न? - Why Not? - Re Kabira 102

Re Kabira - सर्वे भवन्तु सुखिनः (Sarve Bhavantu Sukhinah)

लिखते रहो Keep Writing - Re Kabira 101

Re Kabira 050 - मैंने बहुत से दोस्त इकट्ठे किए हैं

Re kabira 085 - चुरा ले गए

कहाँ है पवन? - Re Kabira 099

बुलन्द दरवाज़ा - Re Kabira 100

पल - Moment - Re Kabira 098

तमाशा बन गया - Re Kabira 089

एक बूँद की औकात - Re Kabira 094