Re Kabira 008 - Belief
--o Re Kabira 008 o--
मोको कहां ढूँढे रे बन्दे, मैं तो तेरे पास में |
खोजि होए तुरत मिल जाउं, मैं तो हूं विश्वास में ||
खोजि होए तुरत मिल जाउं, मैं तो हूं विश्वास में ||
---oo Sant Kabir Das oo---
Translation: Where are you looking for me mate, I am close to you. You just need to discover, I am in your belief.
My Interpretation: You can't find peace anywhere but in your own belief.
These couplets were part of Kabir's Poem:
मोको कहां ढूँढे रे बन्दे, मैं तो तेरे पास में
ना तीरथ मे ना मूरत में, ना एकान्त निवास में
ना मंदिर में ना मस्जिद में, ना काबे कैलास में
मैं तो तेरे पास में बन्दे, मैं तो तेरे पास में
ना मैं जप में ना मैं तप में, ना मैं बरत उपास में
ना मैं किरिया करम में रहता, नहिं जोग सन्यास में
नहिं प्राण में नहिं पिंड में, ना ब्रह्याण्ड आकाश में
ना मैं प्रकुति प्रवार गुफा में, नहिं स्वांसों की स्वांस में
खोजि होए तुरत मिल जाउं, इक पल की तालास में
कहत कबीर सुनो भई साधो, मैं तो हूं विश्वास में
ना तीरथ मे ना मूरत में, ना एकान्त निवास में
ना मंदिर में ना मस्जिद में, ना काबे कैलास में
मैं तो तेरे पास में बन्दे, मैं तो तेरे पास में
ना मैं जप में ना मैं तप में, ना मैं बरत उपास में
ना मैं किरिया करम में रहता, नहिं जोग सन्यास में
नहिं प्राण में नहिं पिंड में, ना ब्रह्याण्ड आकाश में
ना मैं प्रकुति प्रवार गुफा में, नहिं स्वांसों की स्वांस में
खोजि होए तुरत मिल जाउं, इक पल की तालास में
कहत कबीर सुनो भई साधो, मैं तो हूं विश्वास में
--o Re Kabira 008 o--