Re Kabira 009 - Greed

--o Re Kabira 009 o--


जियरा जाहुगे हम जानीं | 
आवैगी कोई लहरि लोभ की बूडैगा बिनु पानी|  

राज करता राजा जाइगा रूप दिपती रानी| 
जोग करंता जोगी जाइगा कथा सुनंता ग्यानी| 

चंद जाइगा सूर जाइगा जाइगा पवन औ पांनी| 
कहै कबीर तेरा संत न जाइगा राम भगति ठहरानी||

-oo संत कबीर दास oo-


When greed hits you like a wave
You don't need water to drown.

Whether it's a king on his throne
Or a pretty queen,

A chanting pundit
Or a miracle-working yogi,

They'll all die by drowning
In a waterless sea.

Who survives?

The ones whose minds, Kabir says,
Are tied to rocks. 

 --oo Sant Kabir Das oo--

--o Re Kabira 009 o--

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