Re Kabira 0030 - Life is full of colours
--o Re Kabira 0030 o--
सतरंगन
बोले ओ रे कबीरा, मूरख ! जे संसार लिपा सतरंगन में।
काहे खोजे मानुष मतलब को, काले-सफ़ेद शब्दन में।।
बोली जसोदा रंग दे राधा, गोपन को सतरंगन में।
न चढ़े तोहे कोई रंग, देख ले प्रेम रंग नैनन में।।
आज सब खेरो होली, चपेड़ सबको सतरंगन में।
हस दो एक दूजे पे, होर देख खुदको दरपन में।।
।। होली है ।।
बोली जसोदा रंग दे राधा, गोपन को सतरंगन में।
न चढ़े तोहे कोई रंग, देख ले प्रेम रंग नैनन में।।
आज सब खेरो होली, चपेड़ सबको सतरंगन में।
हस दो एक दूजे पे, होर देख खुदको दरपन में।।
।। होली है ।।
Happy Holi
Life is full of colors, then why is everyone trying to find
meaning in black-and-white words (books). No color can overcome the color of love. On Holi, smile at yourself and laugh away all the sorrows with colors in your life.
।। Happy Holi ।।
।। Happy Holi ।।
--o Ashutosh Jhureley o--
2018